रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ( नेटिविस्ट )

विचार क्या है ?

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ( नेटिविस्ट ) के विचार बहुत हि स्पस्ट है।  पार्टी कि  विचार  धारा नेटीव्हीसम है।  जो चतुर्सूत्री पर काम करती है वे है १ नेटिविज़्म  २ नेटिव हिंदुत्व ३ नेटिव रिपब्लिक ४ नेटिव नेशन।

नेटिविज़्म :

 यानि मूल भारतीयवाद।  मुलभारतीय वाद एक ऐसी मुख्या धारा है जो गैर ब्राह्मण है।  इसमें ब्रह्मिणवाद , वसाहतवाद और अमर्याद पूंजीवाद का पुरजोर विरोध किया जाता है।  यह एक वैश्विक विचार आहे।

नेटिव हिंदुत्व :

 या विचार ब्राह्मण धर्म और हिन्दू धर्म को अलग अलग मानता है।  ब्राह्मण धर्म यानि वेद और कानून मनुस्मृति।  इस में वेदभेद है , जाती वर्ण , छुवाछुत , जनेऊ , होम हवं , ब्राह्मण पांडा , पुजारी , ब्राह्मण रेपिस्ट गोड्स ब्रह्मा , विष्णु , इंद्रा , सोम आदि आते है जिन की महिमा मंडान किया गया है जिसे ब्राह्मण मानते है वे होम अग्नि से प्रगट होते है और वरदान देते है।

हम मानते है ब्राह्मण और उनका ब्राह्मण धर्म विदेशी है।  वे आज हिंदुस्तान में केवल ३ प्रतिशत है और एक वर्ण सवर्ण आर्य है बाकी जो भी अब्राह्मिन है चाहे उन्हें विदेशी ब्राह्मण क्षत्रिय , वैश्य, शूद्र , अस्पृश्य , वनवासी , आदिवासी , विमुक्त कहते हो वे नेटिव हिन्दू है और इनका हिन्दू धर्म ब्राह्मण धर्म से अलग है , वे मूल भारतीय है , नेटिव है , नेटिव हिन्दू है जिनका नेटिव हिन्दू धर्म ग्रन्थ आज केवल धर्मात्मा कबीरजी की वाणी बीजक है और कानून है डॉ आंबेडकर लिखित हिन्दू कोड बिल।  नेटिव हिन्दू धर्म में वर्ण जाती , भेद , ब्राह्मण , ब्राह्मण भगवन , जनेऊ , होम , हवं आदि कुछ नहीं है।  वस्तुता ब्राह्मण धर्म , ब्राह्मण  विदेशी  है और  हिन्दू और  हिंदुस्तान के दुश्मन  है .

नेटिव हिंदुत्व में धर्मान्तरि बौद्ध  ,जैन , सिख  ये नेटिव हिंदुत्व में ही आते है वैसे ही धर्मान्तरि मुस्लिम , क्रिस्चियन भी नेटिव हिंदत्व में आते है क्यों की वे मूल भारतीय है , नेटिव है।  इस प्रकार आज हिंदुस्तान के ९७ पैर सेण्ट लोग मूल भारतीय , नेटिव है , नेटिव हिंदुत्व के मुताबिक हिन्दू ही है।

नेटिव रिपब्लिक :

नेटिविज़्म नेटिव रिपब्लिक यानि गणतंत्र , गण राज्य में विश्वास करता है।  हिन्दुतान में गणतंत्र नेटिव हिंदुत्व के तहत पुरातन काल से रहा है , बुद्धा , महावीर के समय देश में कई गैन राज्य थे जो नेटिव भगवन शिव के समय से चले आरहे थे , शिव गण , गण पति , गणराज्य , गणराज जैसे सब्द नेटिव रिपब्लिक की पुष्टि करते है , नेटिव रिपब्लिक में प्रतिनिधि चुने जाते है वही संघटन , देश चलते है।  रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया ( नेटीवीस्ट ) में पक्ष में चुनाव होंगे , वे राष्ट्रिय कार्यकारणी में होंगे , यहाँ घराना शाही , रक्त भक्ति नहीं चलगी।  जो लोग चाहेंगे , चुने जाएंगे वे पार्टी चलाएंगे।

नेटिव नेशन :

नेटिव नेशन में हम कल्याणकारी राज के सफलता के लिए जो विदेशी तकते है जैसे ३ प्रतिशत ब्राह्मण जो ब्राह्मण धर्म , वेद और भेद में विश्वास रखते है उन्हें कल्याणकारी लोक राज्य के शर्तो मानते है।  उनका ब्राह्मण धर्म , ब्रह्मिणवाद कभीभी नेटिव लोगो का भला नहीं चाह सकते है क्यों की उनका विचार ही हिन्दू , हिन्दुतान के विरुद्ध है , वैसे ही जो लोग वसाहतवादी है जैसे ब्रिटिश , डच आदि नेटिव लोगो के हित विरोधी रहे है।  उसी प्रकार जो लोग अमर्याद पूंजीवाद के पक्षधर है वे वेलफेयर स्टेट , कल्याणकारी लोक राज्य , रिपब्लिक विरोधी होते है जो देश के होने ही लोगो का अमर्याद पूंजी और सत्ता के लिए शोषण करते है।

नेटिविस्ट : वो कार्य कर्ता है जो नेटिविज़्म को मानता है , नेटिव हिंदुत्व को मानता है , नेटिव रिपब्लिक यानि नेटिव गणराज्य को मानता है और नेटिव नेशन के लिए प्रयास करता है।

इस आधार पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया ( नेटिविस्ट ) का निर्माण , पुनर निर्माण हो रहा है जो १४ अप्रैल २०१९ को साकार होने जारही है।  आईये आप इसका नेतृत्व करे , राष्ट्रीय कार्यकारणी में सहभागी होव , देश और समाज की सेवा करे।

संजोजक
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया ( नेटिविस्ट )
नेटिविस्ट डी डी राउत ,  मोब ९८३३१९२९४४
अध्यक्ष
नेटिव रूल मूवमेंट
#रिपायी #नेटिविज़्म

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